संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पांच अस्थायी सीटों के लिए चुनाव 17 जून को कराए जाएंगे। विश्व निकाय के अंतरिम कार्यक्रम में इसकी जानकारी दी गई है। एशिया प्रशांत खंड में 2021-22 के कार्यकाल के लिए भारत इस अस्थायी सीट के लिए उम्मीदवार है।
इस सीट के लिए भारत की जीत तय मानी जा रही है क्योंकि इस खंड में भारत एकमात्र सीट पर अकेला दावेदार है। भारत की उम्मीदवारी को चीन और पाकिस्तान समेत 55 देशों के एशिया-प्रशांत समूह ने पिछले साल जून में सर्वसम्मति से समर्थन दिया था।
सोमवार को जारी सुरक्षा परिषद के इस महीने के अनौपचारिक अंतरिम कार्यक्रम के अनुसार सुरक्षा परिषद के चुनाव 17 जून को कराए जाएंगे। फ्रांस ने इसी दिन 15 देशों की इस परिषद की अध्यक्षता संभाली थी।
महासभा ने पिछले हफ्ते कोरोना महामारी के कारण प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए नई मतदान व्यवस्था के तहत सुरक्षा परिषद चुनाव कराने का निर्णय लिया था। मतदान के तौर तरीकों में किसी प्रकार का बदलाव भारत की संभावनाओं को बहुत प्रभावित नहीं करेगा क्योंकि एशिया प्रशांत क्षेत्र से वह एकमात्र उम्मीदवार है और इसका कार्यकाल जनवरी 2021 से शुरू होगा।
193 सदस्य गुप्त बैलेट के जरिए करेंगे मतदान
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के चुनाव महासभा के हॉल में होते हैं और इस दौरान सभी 193 सदस्य गुप्त बैलेट के जरिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते हैं। कोविड-19 के कारण वैश्विक निकाय के मुख्यालय में जून के अंत तक की सभी बैठकें स्थगित कर दी गई हैं।
नई व्यवस्था के तहत महासभा के अध्यक्ष तिज्जानी मुहम्मद बंदे सभी सदस्य देशों को एक पत्र लिखेंगे। यह पत्र पहले राउंड के गुप्त बैलेट मतदान से कम से कम 10 कार्य दिवस पहले लिखा जाएगा, जिसमें सदस्यों को चुनाव की तारीख, रिक्त सीटों की संख्या, मतदान स्थल और आने जाने की सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
कनाडा, आयरलैंड व नॉर्वे ‘पश्चिम यूरोप व अन्य देशों’ की श्रेणी में दो सीटों के लिए दावेदार हैं। दूसरी ओर ‘लातिन अमेरिका व कैरेबियाई देश’ श्रेणी से मैक्सिको एकमात्र उम्मीदवार है । केन्या व जीबूती अफ्रीकी समूह से मैदान में हैं।
इससे पहले भारत अस्थायी सीटों पर परिषद के सदस्य के तौर पर 1950—1951, 1967—1968, 1972—1973, 1977—1978, 1984—1985, 1991—1992 और 2011—2012 में निर्वाचित हो चुका है।